बच्चों के हाथ में देते हैं फोन तो हो जाएं सावधान! शाओमी ने इससे पहले खुद एक चौंकाने वाला खुलासा किया था

 
Xiaomi के पूर्व प्रमुख ने माता-पिता को दी चेतावनी, कहा- बच्चों के लिए क्यों खतरनाक हैं स्मार्टफोन? ऐसे में माता-पिता को इन बातों का ध्यान रखना चाहिए।



• शाओमी इंडिया के पूर्व प्रमुख ने दी चेतावनी


• बच्चों को मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने की चेतावनी दी जाती है


• माता-पिता को अपने बच्चों पर नजर रखने की सलाह दी जाती है


बच्चों के हाथ में देते हैं फोन तो हो जाएं सावधान
बच्चों के हाथ में देते हैं फोन तो हो जाएं सावधान


स्मार्टफोन हमारे जीवन का एक ऐसा हिस्सा बन गया है जिसके बिना कुछ भी नहीं किया जा सकता है।लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इसका बच्चों पर क्या प्रभाव पड़ रहा है।मोबाइल रखना बच्चों के लिए एक आम बात हो गई है। बच्चों के हाथ में गेम और किताबों के अलावा फोन भी नजर आ रहे हैं। ऐसे में इसका बच्चों पर बुरा असर पड़ रहा है, क्योंकि बच्चे बाहरी गतिविधियों को भूल चुके हैं। इस बीच शाओमी इंडिया के पूर्व प्रमुख मनु कुमार जैन ने भी अपने लिंक्डइन प्रोफाइल पर इशारा किया है कि कैसे फोन बच्चों को बर्बाद कर रहा है।




माता-पिता को क्या करना चाहिए?


 जैन एक स्मार्टफोन कंपनी के पूर्व प्रमुख हैं और उन्होंने स्मार्टफोन के इस्तेमाल के खिलाफ चेतावनी दी है कि माता-पिता को सावधान रहना चाहिए कि बच्चे अनावश्यक रूप से फोन का इस्तेमाल न करें। यहां हम आपको बताएंगे कि स्मार्टफोन का ज्यादा इस्तेमाल बच्चों के लिए हानिकारक हो सकता है और माता-पिता को इसके लिए क्या करना चाहिए।




स्मार्टफोन का बच्चों पर बुरा असर


• स्मार्टफोन के ज्यादा इस्तेमाल से बच्चों की आंखों पर बुरा असर पड़ता है। बच्चों को कम उम्र में चश्मा लग जाता है।


• जब बच्चे या स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने वाले किसी भी व्यक्ति की पलकें कम झपकती हैं तो इसे कंप्यूटर विजन सिंड्रोम कहते हैं। ऐसे में माता-पिता को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि बच्चे आधे घंटे से ज्यादा फोन स्क्रीन के सामने न रहें।


• कम उम्र में ही स्मार्टफोन की आदत के कारण बच्चे बाहरी समाज के अनुसार सोच विकसित नहीं कर पाते हैं। ऐसे में माता-पिता को बच्चों को आउटडोर एक्टिविटीज के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।


• आजकल बच्चे खाना खाते समय भी फोन का इस्तेमाल करते हैं, जिसके कारण वे खाने पर कम ध्यान देते हैं और खाने पर कम ध्यान देते हैं, ऐसा होता है कि वे या तो अधिक खाते हैं या कम खाते हैं। इससे उनके मोटे होने का खतरा रहता है। माता-पिता कोशिश करें कि खाना खाते समय बच्चों को फोन न दें।


• रोते हुए बच्चों की वजह से कुछ मां-बाप उनकी हर जिद के आगे झुक जाते हैं और उन्हें फोन थमा देते हैं। जिससे बच्चे जिद्दी हो जाते हैं और लगातार यह ड्रामा करने लगते हैं। ऐसे में माता-पिता को इस ड्रामे में फंसने के बजाय उन्हें प्यार से समझाना चाहिए और उन्हें बेवजह फोन का इस्तेमाल नहीं करने देना चाहिए।


• अगर माता-पिता इन बातों का ध्यान रखें तो अपने बच्चों को फोन की लत से बचा सकते हैं, जिससे उनके स्वास्थ्य और मानसिक विकास में भी सुधार होगा।

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